Supreme Court TET Order 2025 Explained

Supreme Court TET Order 2025 Explained सुप्रीम कोर्ट ने 2025 में ऐतिहासिक फैसला सुनाया है — अब सभी इन-सर्विस स्कूल शिक्षकों को नौकरी में बने रहने या प्रमोशन के लिए दो साल में TET परीक्षा पास करनी होगी। जानिए पूरी जानकारी, नियम, छूट और असर इस विस्तृत हिंदी आर्टिकल में।
Supreme Court TET Order 2025 
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: नौकरी और प्रमोशन के लिए अब सभी शिक्षकों के लिए TET अनिवार्य 

Supreme Court के नए फैसले में शिक्षकों के लिए TET क्यों अनिवार्य है?

Supreme Court ने 1 सितंबर 2025 को एक बड़ा फैसला दिया, जिसमें स्कूलों में पढ़ाने वाले सभी टीचर्स के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा TET पास करना जरूरी बना दिया गया है। अब जो भी शिक्षक सरकारी या निजी स्कूलों में ‘in-service’ हैं, यानी अभी नौकरी कर रहे हैं, उन्हे अपनी सेवा में बने रहने या प्रमोशन पाने के लिए दो साल के भीतर TET पास करना होगा।
यह Supreme Court TET Order 2025 सिर्फ नए शिक्षकों के लिए नहीं, बल्कि उन सभी के लिए है जो RTE Act लागू होने से पहले भी नियुक्त हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि शिक्षा का स्तर और गुणवत्ता तभी सुधर सकती है, जब शिक्षक योग्य हों।

TET Order फैसले की मुख्य बातें

  • सभी सेवाकालीन (in-service) teachers के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास करना जरूरी।
  • दो साल का समय मिलेगा, जिसमें परीक्षा पास करनी होगी।
  • परीक्षा पास न करने पर नौकरी छोड़नी पड़ेगी या जबरन रिटायरमेंट लेनी होगी।
  • जिन शिक्षकों की रिटायरमेंट में 5 साल या कम वक्त बचा है, उन्हें TET पास करने की जरूरत नहीं।
  • ऐसे शिक्षक अपनी मौजूदा नौकरी में बने रह सकते हैं, लेकिन प्रमोशन नहीं मिलेगा।
  • RTE Act के तहत TET की अनिवार्यता फिलहाल अल्पसंख्यक संस्थाओं में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर लागू नहीं होगी।
  • सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच तय करेगी कि भविष्य में RTE Act अल्पसंख्यक संस्थानों पर लागू होगा या नहीं

Supreme Court TET Order 2025 का असर

  • शिक्षा प्रणाली में बदलाव
  • अब teacher eligibility test (शिक्षक पात्रता परीक्षा) पास किए बिना कोई भी टीचर अपनी नौकरी और प्रमोशन जारी नहीं रख सकेगा।
  • इससे शिक्षा क्षेत्र में योग्य और सक्षम शिक्षक ही टिक पाएंगे।
  • स्कूलों के प्रशासन में योग्यताओं का महत्व बढ़ेगा।

टीचिंग प्रोफेशन की चुनौतियां

  • कई-जिन्होंने वर्षों पहले नियुक्ति पाई है उन्हें टीईटी की तैयारी करनी होगी।
  • उन शिक्षकों के लिए राहत है जिनकी रिटायरमेंट में 5 साल से कम वक्त बचा है।

Minority Institutions के शिक्षकों के लिए नियम

  • फिलहाल TET की अनिवार्यता अल्पसंख्यक संस्थाओं (Minority institutions) में पढ़ा रहे शिक्षकों पर लागू नहीं।
  • सुप्रीम कोर्ट की बड़ी पीठ भविष्य में यह तय करेगी कि RTE Act ऐसी संस्थाओं पर लागू होगा या नहीं

नौकरी में बने रहने के लिए क्या करें?

  • परीक्षा की तैयारी
  • दो साल का समय दिया गया है, इस दौरान टीईटी परीक्षा (teacher eligibility test) की तैयारी शुरू करनी चाहिए।
  • राज्य और केंद्रीय शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट्स से सिलेबस मिल जाएगा।

प्रमोशन के लिए TET जरूरी

प्रमोशन की चाह रखने वाले शिक्षकों के लिए

अगर प्रमोशन लेना है, तो TET पास करना एक अनिवार्य शर्त है।
जो टीचर परीक्षा पास नहीं करेंगे, वे प्रमोशन के अधिकारी नहीं होंगे।
Supreme Court Order Article 142

फैसले की कानूनी पृष्ठभूमि

यह पूरी प्रक्रिया Supreme Court TET Order 2025 के जरिये हुई। मूल रूप से महाराष्ट्र में एक केस सामने आया, जिसके बाद देश भर के शिक्षकों पर यह नियम लागू हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 142 के तहत विशेष अधिकार का इस्तेमाल करते हुए यह राहत दी कि जिनकी रिटायरमेंट 5 साल या कम बची है, उन्हें TET पास करने की मजबूरी नहीं है, लेकिन प्रमोशन नहीं मिलेगा।
कैसे बढ़ेगी शिक्षा की गुणवत्ता?

शिक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) से बच्चों को काबिल और प्रशिक्षित शिक्षक ही मिलेंगे। यह आदेश गुणवत्ता और जवाबदेही के लिहाज से बेहद जरूरी कदम है। टीईटी पास करने के बाद ही कोई भी शिक्षक अपनी नौकरी और प्रमोशन जारी रख सकेगा।

Supreme Court teaching eligibility latest news

महत्वपूर्ण बातें – Supreme Court TET Order 2025

बिंदुविवरण
कौन से शिक्षकसभी सेवाकालीन (in-service teachers)
क्या जरूरी हैशिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास करना
कितना समय मिलेगादो साल
पास नहीं करने परनौकरी छोड़नी या जबरन रिटायरमेंट लेनी पड़ेगी
5 साल से कम रिटायरमेंटTET की जरूरत नहीं, प्रमोशन का अधिकार नहीं
अल्पसंख्यक स्कूलTET की अनिवार्यता फिलहाल लागू नहीं
अंतिम फैसलासुप्रीम कोर्ट की बड़ी पीठ रखेगी


FAQs

Supreme Court TET Order 2025 क्या है?

सुप्रीम कोर्ट ने 2025 में ऐतिहासिक फैसला सुनाया कि सभी इन-सर्विस स्कूल शिक्षकों के लिए टीईटी पास करना अनिवार्य है। परीक्षा पास करने के लिए दो साल का समय दिया गया है।
नौकरी में बने रहने के लिए टीईटी कब तक पास करना है?

अभी सर्विस में काम कर रहे शिक्षक को अगले दो साल के भीतर परीक्षा पास करनी होगी। पास नहीं करने पर सेवा समाप्त करनी पड़ेगी।

रिटायरमेंट में पांच साल कम बचा हो तो क्या करना होगा?
ऐसे शिक्षक TET के बिना भी अपनी सेवा में बने रह सकते हैं, लेकिन प्रमोशन नहीं मिलेगा।

क्या अल्पसंख्यक संस्थाओं में पढ़ाने वाले शिक्षक TET पास करना जरूरी है?
अभी के लिए TET की अनिवार्यता इन संस्थानों पर लागू नहीं है। आगे सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच तय करेगी।

टीईटी परीक्षा क्यों जरूरी है?
टीईटी से शिक्षा में गुणवत्ता और शिक्षक की योग्यता सुनिश्चित होती है, जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलती है।

अगर कोई दो साल में टीईटी पास नहीं कर पाया तो?
ऐसी स्थिति में नौकरी से इस्तीफा देना पड़ेगा या अनिवार्य रिटायरमेंट लेनी होगी।

Supreme Court TET Order 2025 किसे सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा?
यह सभी सरकारी और निजी स्कूलों के शिक्षकों को प्रभावित करेगा, खासकर वे जो योग्यताओं के आधार पर प्रमोशन चाहते हैं।

Download Supreme Court TET Order 2025 

निष्कर्ष

सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने वाला है। इससे योग्य शिक्षक ही स्कूल में पढ़ा पाएंगे और शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी। Supreme Court TET Order 2025 के तहत, आपको शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करनी होगी, ताकि सेवा और प्रमोशन दोनों सुरक्षित रहें। जिन शिक्षकों की रिटायरमेंट में पांच साल से कम बचा है, उन्हें परीक्षा नहीं देनी लेकिन प्रमोशन का फायदा नहीं मिलेगा। अल्पसंख्यक संस्थाओं के नियम जल्द तय होंगे।

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